उन्होंने कहा, “मैं कहूंगा कि भारतीय टीम अभी भी फ़ेवरिट है। 2011 के बाद यह भारत की सबसे मज़बूत टीम है। उनके पास एक अनुभवी कप्तान और कुछ बेहतरीन खिलाड़ी हैं, जो परिस्थितियों को सबसे बेहतर तरीक़े से समझते हैं। हांलाकि, पिछले कुछ समय में पाकिस्तान ने अपने आपको अच्छा करते हुए दोनों टीमों के बीच के अंतर को ज़रूर कम किया है। सात-आठ साल पहले दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच बड़ा अंतर था। अब वे (पाकिस्तान) बेहतर टीम हैं, तो भारत को भी अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।”
शास्त्री का यह भी मानना है कि इस बड़े दबाव वाले मैच में खिलाड़ियों के फ़ॉर्म से अधिक उनका टेंपरामेंट महत्वपूर्ण है। इससे ही मैच में अंतर पैदा होगा। उन्होंने कहा, “यह बहुत ज़रूरी है कि आप शांत रहें और इसे किसी अन्य मैच की तरह लें। आपको अपने दिमाग़ में इस मैच को ओवरहाइप नहीं करना है। हालांकि यह भी सच है कि खिलाड़ियों के दिमाग़ में इस मैच का दबाव तो रहता है, इसलिए जो खिलाड़ी मानसिक तौर पर मज़बूत होते हैं, वही अच्छा कर पाते हैं, भले ही वे पिछले तीन या छह महीने से अच्छे फ़ॉर्म में ना हों। पाकिस्तान के खिलाड़ी बहुत शानदार हैं। लेकिन जो दबाव को हैंडल करेगा, शांत रहेगा, वही इस बड़े मौक़े पर बाज़ी मारेगा।”
शास्त्री: बाबर की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलें
शास्त्री ने कहा, “बाबर 30 और 40 रन की शुरुआत को शतक में बदलते हैं, जो कि बहुत महत्वपूर्ण है। हम हमेशा कहते हैं कि आप क्रीज़ पर जाइए, तो समय बिताकर अपनी पारी को बड़ा बनाइए। अगर आपके शीर्ष तीन में से कोई बल्लेबाज़ शतक करता है तो आप निश्चित रूप से 300 से ऊपर का स्कोर करेंगे। ऐसे मैचों में फ़ील्डिंग भी बहुत महत्वपूर्ण है। आपको देखना होगा कि कौन सी टीम अच्छा फ़ील्डिंग कर रही है। अच्छी फ़ील्डिंग के दम पर ही श्रीलंका ने पिछला एशिया कप जीता था। 1996 से ही वे उपमहाद्वीप की सबसे बेहतरीन फ़ील्डिंग साइड हैं।”